सिवान ।
जनवादी लेखक संघ सिवान के तत्वाधान में स्थानीय कन्हैयालाल जिला पुस्तकालय सिवान के सभागार में हिंदी दिवस सप्ताह समारोह का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता अवकाश प्राप्त शिक्षक समाजसेवी युगल किशोर दुबे ने हिंदी विषय पर विस्तृत रूप से आलेख पाठ की उन्होंने विशेष रूप से कहा की हिंदी की दबदबा प्रशासनिक सेवाओं में भी बढी है । अभी भी मैनेजमेंट व्यवस्था में जैसे बैंक या न्यायालयों में अंग्रेजी की हीं प्राथमिकता ज्यादा है । इसे कम करने के लिए हम सभी को पहल करने की जरूरत है हिंदी दुनिया में बोली जाने वाली चौथी भाषा है ।
मुरलीधर मिश्रा जी ने अपने संबोधन में सरकारी कार्यालयों में हिंदी भाषा का प्रयोग कम किया जाए इस पर अपने विचारों को रखा रामनरेश सिंह अवकाश प्राप्त शिक्षक ने अपने संबोधन में हिंदी की उपेक्षा पर प्रकाश डालें l
डॉ मोहम्मद इसरार अहमद ने कहा की मैथिलीशरण गुप्त रामधारी सिंह दिनकर कालेलकर आदि विद्वानों के योगदान की चर्चा की उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी को राष्ट्रभाषा हुए 75 साल हुए लेकिन उपेक्षा के अनुसार अभी तक इसका विकास नहीं हो पाया भाषा ही हमारी राष्ट्रीयता का पहचान है ।
दारोगा प्रसाद राय डिग्री महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ संदीप कुमार यादव ने अपने संबोधन में अपने विचार को व्यक्त करते हुए कहा कि भारत वह देश है जहां विविधताओं में एकता झलकती है । इस देश में विभिन्न जाति धर्म वर्ण समुदाय के लोग रहते हैं लेकिन हिंदी भाषा सभी को जोड़ने का काम करती है हिंदी के प्रति लोगों के साथ-साथ कार्यालयों में जागरूकता फैलाने की जरूरत है ताकि हिंदी का प्रयोग समुचित रूप से किया जा सके l
डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव ने अपने संबोधन में हिंदी क्यों पिछड़ी है इसका मूल कारण जानने के लिए उन्होंने कहा की जीने की दुआ देते हो और मरने की दवा देते हो भारत के 385 विश्वविद्यालयों में से 175 विश्वविद्यालयों में हिंदी की पढ़ाई होती है । 10 जनवरी 1975 को विश्व हिंदी सम्मेलन दिल्ली में 30 देश के लोग 122 प्रतिनिधि भाग लिए थे । हिंदी भाषा के विकास के लिए हमारे जनप्रतिनिधियों ने कुछ नहीं किया जबकि देश के महापंचायत में भी अंग्रेजी में ही बस होती है ऐसा क्यों हिंदी भाषा मां के दूध के समान है सारे कामकाज हिंदी में होने चाहिए ।
मो.गुलाम काशिफ निदेशक थारेक्स इन्फोटेक ने मनोहर पोथी विलुप्त होने की बात कही उन्होंने यह भी कहा कि हर घर के बच्चों को आज के समय में भी उपलब्ध कराने की जरूरत है ।
वरिष्ठ शायर एवं जनवादी लेखक संघ के राज्य के वरिष्ठ उपाध्यक्ष की रचना को प्रो उपेंद्र नाथ यादव ने पढ़ा जिसकी काफी सराहना की गई l कार्यक्रम का मंच संचालन प्रो. उपेंद्र नाथ यादव जी के द्वारा किया गया । मारकंडे जी एवं डॉ के एहतेशाम अहमद के द्वारा भेजी गई रचनाएं भी पढ़ी गई ।
कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं में बंटी कुमार ,अभिषेक झा, अतुल कुमार आदि उपस्थित थे ।
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