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स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता में मनीष दिवाकर एवं विकास गिरी संयुक्त रूप से अव्वल

-द्वितीय स्थान पर पल्लवी कुमारी, ऋषभदेव और सोनू तथा तृतीय स्थान पर रश्मि पाण्डेय विजयी

मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा 'हिंदी पखवाड़ा-2021' कार्यक्रम के अंतर्गत स्वरचित काव्य पाठ एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन शुक्रवार को नारायणी कक्ष, गांधी भवन परिसर बनकट में संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजेंद्र सिंह ने किया।
 अध्यक्षीय उद्बोधन में हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेंद्र सिंह बड़गूजर ने प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि कविता लिखने वाला व्यक्ति सामाजिक एवं संवेदनशील होता है, और संवेदनशील व्यक्ति का ही समाज निर्माण में अहम भूमिका होती है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों एवं श्रोताओ को धन्यवाद दिया। हिंदी पखवाड़ा का जिक्र करते हुए बताया कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी आठ विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा सभी को अवसर देने का लक्ष्य रखा गया है।

कार्यक्रम की संयोजक हिंदी विभाग की सहायक आचार्य डॉ. गरिमा तिवारी रही। प्रतियोगिता मे कुल 14 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों का मूल्यांकन के लिए निर्णायक मंडल के सदस्य संस्कृत विभाग के सह-आचार्य डॉ. अनिल प्रताप गिरी एवं अंग्रेजी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. उमेश पात्रा ने अंतर्वस्तु, भाषा एवं प्रस्तुति के आधार पर प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया। कार्यक्रम के संचालन कर रहे सोनू कुमार ठाकुर ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए सर्वप्रथम काव्यपाठ के लिए आमंत्रित किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सभी प्रतिभागियों ने अपने स्वरचित कविताओं को प्रस्तुत किया।

अंत में निर्णायक मंडल के डॉ. उमेश पात्रा ने प्रथम, द्वितीय एवम् तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों की घोषणा की। जिसमें प्रथम स्थान पर दो प्रतिभागी मनीष दिवाकर एवं विकास गिरी रहे। वहीं द्वितीय स्थान पल्लवी कुमारी, ऋषभदेव और सोनू ठाकुर ने प्राप्त किया जबकि रश्मि पाण्डेय तीसरी स्थान पर विजयी रही।

कार्यक्रम के संचालक सोनू ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी को शुभकामना दिया एवं सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिभागियों में विभिन्न विभागों के कुल 14 विद्यार्थी एवं शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया। आयोजन समिति के सदस्य हिंदी विभाग के सह आचार्य डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव, सहायक आचार्य डॉ श्याम नंदन एवं डॉक्टर गोविंद प्रसाद वर्मा, संस्कृत विभाग के शिक्षक डॉ. बबलू पाल और शोधार्थी सह हिंदी सभा के सदस्य रश्मि सिंह समेत विभिन्न विभागों के विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मीडिया अध्ययन विभाग की छात्रा पूजा कुमारी और अमित कुशवाहा का भी विशेष सहयोग रहा।

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