सीवान/मोतिहारीः
भारतीय सामाजिक अनुसंधान परिषद् (ICSSR) ने डॉक्टरॉल फेलोशीप 2022-23 की सूची जारी की है। देश भर में मीडिया अनुसंधान के लिए कुल 14 अनुसंधानकर्ताओं का चयन इस बार किया गया है। पद्म श्री रघुराय की फोटो पत्रकारिता के सामाजिक यथार्थ पर अनुसंधानरत अमित कुमार मिश्रा का चयन वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय से किया गया है। भारत के कुल विश्वविद्यालयों से 461 शोधार्थियों का चयन किया गया है इसमें सभी सामाजिक विज्ञान के अनुसंधानकर्ता शामिल हैं।
अमित कुमार मिश्रा वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के इकलौते पीएचडी शोधार्थी हैं जिनका चयन इस बार ICSR ने डॉक्टरॉल फेलोशीप के लिए किया है। अमित कुमार मिश्रा 2019-20 बैच के शोधार्थी हैं और ये मीडिया अध्ययन विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार के सुपरविजन में शोधरत हैं।
मूलतः बनारस के छतरीपुर शिवपुर मुहल्ले के रहने वाले अमित डॉ. धर्मेंद्र कुमार और चन्द्रकला देवी के सबसे छोटे पुत्र हैं। ICSR डॉक्टरॉल फेलोशीप में चयन पर विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्रा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह विभाग की उपलब्धि है। अमित मिश्रा का विषय आज के संदर्भ में बड़ा मायने रखता है। आज कई प्लेटफार्म है जो तस्वीरों के माध्यम से अभिव्यक्ति को जन जन तक पहुंचा रहे हैं। महान फोटो पत्रकार पद्मश्री रघुराय की तस्वीरें आपातकाल, भोपाल गैस लीक कांड के सबसे बड़े गवाह के तौर पर देखा जाता है। आज के संदर्भ में तस्वीरों को दुनिया में क्रांति के सबसे बड़े वाहक के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं उनके शिक्षक रहे और वर्तमान में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. परमात्मा कुमार मिश्रा ने कहा कि अमित मेघावी हैं, इनोवे़टिव हैं और सबसे बड़ी बात साकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने वाले अनुसंधानकर्ता हैं।
इनका विषय युनिक है और आज के संदर्भ में है। अमित मिश्रा की उपलब्धि पर हर कोई बधाई दे रहा है। उनको बधाई देने में अधिवक्ता निका गर्ग, इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता विभू गर्ग , जाने माने लेखक पत्रकार मुरली मनोहर श्रीवास्तव, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में अनुसंधानरत शैलेंद्र पाण्डेय, अमित कुमार डॉन आदि ने बधाई दी है।
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